5 EASY FACTS ABOUT SHIV CHALISA LYRICS IN GUJARATI DESCRIBED

5 Easy Facts About shiv chalisa lyrics in gujarati Described

5 Easy Facts About shiv chalisa lyrics in gujarati Described

Blog Article

मातु पिता भ्राता सब कोई । संकट में पूछत नहिं कोई ॥

चारों जुग परताप तुम्हारा। है परसिद्ध जगत उजियारा।।

अर्थ- हे अनंत एवं नष्ट न होने वाले अविनाशी भगवान भोलेनाथ, सब पर कृपा करने वाले, सबके घट में वास करने वाले शिव शंभू, आपकी जय हो। हे प्रभु काम, क्रोध, मोह, लोभ, अंहकार जैसे तमाम दुष्ट मुझे सताते रहते हैं। इन्होंनें मुझे भ्रम में डाल दिया है, जिससे मुझे शांति नहीं मिल पाती।

किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी॥

बुरी आदतें बाद मे और बड़ी हो जाती हैं - प्रेरक कहानी

जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला ॥

अर्थ- अपनी पूजा को पूरा करने के लिए राजीवनयन भगवान राम ने, कमल की जगह अपनी आंख से पूजा संपन्न करने की ठानी, तब आप प्रसन्न हुए और उन्हें इच्छित वर प्रदान किया।

किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥

त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥

जय जय जय अनन्त अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥

पाठ पूरा हो जाने पर कलश का जल सारे घर में छिड़क दें।

नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥ निरंकार है ज्योति here तुम्हारी। तिहूँ लोक फैली उजियारी॥

पण्डित त्रयोदशी को लावे । ध्यान पूर्वक होम करावे ॥

श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।

Report this page